Topic No. 15: हरियाणा की भौगोलिक संरचना 🌾
हरियाणा को भौगोलिक रूप से छह भागों में बाँटा गया है:
- शिवालिक
- गिरिपाद मैदान
- जलौढ मैदान
- बाढ़ का मैदान
- रेगिस्तान भाग
- अरावली क्षेत्र
मुख्य विवरण
शिवालिक: पंचकूला, यमुनानगर और अम्बाला के उत्तर-पूर्वी भागों में फैला, ऊँचाई 900 से 2300 मीटर तक। मोरनी हरियाणा की सबसे ऊँची पहाड़ी जिसकी सर्वोच्च चोटी करोह (1514 मीटर) है।
गिरिपाद मैदान: शिवालिक के दक्षिण में 25 किमी चौड़ा पट्टी, यमुना से घग्घर तक (यमुनानगर, अम्बाला, पंचकुला), ऊँचाई 300–375 मीटर, ढाल उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम।
जलौढ मैदान: शिवालिक की गिरीपद क्षेत्र से अरावली तक, यमुना और घग्घर नदियों के बीच, ऊँचाई 220–280 मीटर, जिसे बांगर कहते हैं।
बाढ़ का मैदान: यमुना व घग्घर नदियों द्वारा पूर्वी और पश्चिमी भाग में, फरीदाबाद, यमुनानगर, सिरसा व फतेहाबाद जिलों में बेट व नाली कहलाते हैं।
रेगिस्तान भाग: पश्चिम में हरियाणा-राजस्थान सीमा से सटा, सिरसा, हिसार, झज्जर, रेवाड़ी, भिवानी और महेंद्रगढ़ जिलों तक फैला। वर्षा ऋतु में छिछली झीलें (ठूंठया बावड़ी)।
अरावली क्षेत्र: दक्षिण हरियाणा में राजस्थान की अरावली पर्वतमाला का हिस्सा, जहाँ से चुना व स्लेट निकलता है, कांटेदार झाड़ियाँ व वृक्ष। मुख्यतः गुड़गाँव जिले के मेवात क्षेत्र में।
📚 प्रश्नोत्तरी
Ans. पंचकूला, यमुनानगर, अम्बाला के उत्तर-पूर्वी भागों में
Ans. 900–2300 मीटर
Ans. मोरनी
Ans. करोह (1514 मीटर)
Ans. 25 किमी, यमुनानगर, अम्बाला, पंचकूला
Ans. 220–280 मीटर, बांगर
Ans. फरीदाबाद, यमुनानगर, सिरसा, फतेहाबाद
Ans. पश्चिमी हरियाणा में, राजस्थान सीमा से सटा
Ans. चुना व स्लेट
Ans. गुड़गाँव के मेवात क्षेत्र में
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